Monday, November 18, 2019

प्राथमिक चिकित्सा



प्राथमिक चिकित्सा
प्राथमिक चिकित्सा


   मानव शरीर मे कब और कहां खराबी आ जाये, कौन सी दुर्घटना शरीर के अंगो को क्षति पहुचा दे यह मालूम नही रहता. बच्चो के साथ अधिकतर छोटी- छोटी घटनाए होती रहती है. कभी ब्लेड, चाकू या छुरी से हाथ काटते है, तो कभी सीढियो या उचे स्थानो से गिरकर अपने हाथ पैर तोड लेते है. कभी पानी मे डूबकर मूच्छीत हो जाते है, या शरीर के अंगो को घायल कर लेते है तो कभी गरम चीजो से हाथ पैर जला लेते है.


   अधिकांशत: यह सम्भव नही होता कि दुर्घटनास्थल पर ही तुरंत डाक्टर उपलब्ध हो जाये ऐसी दशा मे प्राथमिकचिकित्सा नितांत आवश्यक है. अत: प्राथमिक चिकित्सा से अभिप्राय परिवार मे दुर्घटना के समय गृहिणी द्वारा प्रदान कि जाने वाली चिकित्सीय सुविधा है, जिससे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को विषम संकटपुर्ण रिथ्ति से बचाया जा सके.



क्या करे:-


परिस्थिति पर नियंत्रण करना चाहिए. कुशलता एव दृढतापूर्वक कार्य करना चाहिए. यदि अन्य लोग सहायता करना चाहे तो उन्हे उपयोगी कार्य जैसे- डाक्टर को बुलाने एव परिवार वालो को सूचित करने के लिए भेज देना आदि.


घायल व्यक्ति को लेटे रहना चाहिए, उसे उठाने का प्रयत्न मत कीजिये. उसकी चोट का परिक्षण करते समय उसका सिर छाती की सीध मे ही रहना चाहिए.

घायल को हिलाने मे अपेक्षित सावधानी बरतनी चाहिए. घायल को अनावश्यक रूप से हिलाना घायल व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है.

डाक्टर या एम्बुलेंस को बुलाना चाहिए.

केवल उतना ही उपचार करना चाहिए जो घायल की दशा को यथास्थिति बनाये रखने मे सहायक हो तथा उसकी हालत अधिक बिगडने न पाये व उसे आराम मिले.

प्राथमिक चिकित्सा हेतु आवश्यक वस्तुए:-


प्राथमिक चिकित्सा के लिए सभी आवश्यक वस्तुए प्राथमिक चिकित्सक को एक डिब्बे मे रखनी चाहिए, जिससे आपात स्थिति मे उनका तुरंत उपयोग किया जा सके.


1] स्वच्छ डाक्टरी रूई- यह दवा लगाने एव घाव को साफ करने के काम आती है.
2] पटिट्या- बाक्स मे पट्टिया भी होनी चाहिए, ताकि घाव मोच आदि पर बांधी जा सके.
3] कैची- डिब्बे मे कैची भी होनी चाहिए.
4] टेप- जिन स्थानो पर पट्टी नही बाधी जा सकती वहा रूई आदि पर टेप लगाकर घाव को ढक दिया जाता है.
5] पिन
6] चम्मच, गिलास
7] आई ग्लास- यह आख धोने के काम आता है, यदि आखो मे कोई तिनका आदि चला जाये तो इसमे पानी भरकर इससे आख धोई जाती है.
8] खपच्चिया
9] गर्म पानी की बोतल, बर्फ की थैली
10] पुराना साफ कपडा
11] थर्मामीटर
12] टूनीकेट
13] चिमटी
14] सुई धागा, आदि

प्राथमिक चिकित्सा
प्राथमिक चिकित्सा

कुछ दवाइया भी होनी चाहिए जैसे कि:-


1] अमृतधारा- हैजा, उल्टी व दस्त के लिए
2] डिटाल- घाव धोने के लिए
3] पोटैशियम परमैगनेट- घाव धोनेके काम आता है
4] विक्स- सिरदर्द, सर्दी, जुकाम आदि के लिए
5] बरनांल- जले, कटे पर लगाने के लिए
6] टिचर आयोडिन- घाव के लिए
7] फ्यूरासिन- चोट पर लगाने के लिए
8] एनासिन, कोडोपायरिन- दर्द के लिए
9] अजवायन- पेट दर्द के लिए
10] पचनाल- अफारो के लिए
11] कोरापिन- दिल घबराने के लिए
12] पुदीन हरा- अपच होने पर
13] फिटकरी- खुन रोकने के लिए
14] आयोडेक्स- गुम चोट के लिए
15] ग्लूकोज- शीघ्र ताकत के लिए
16] बोरिक पाउडर- घाव धोने के लिए
17] एण्टोवाय फार्म- दस्त होने पर
18] डिपेण्डाल- पेचिश होने पर
19] बेरालगन- पेट दर्द होने पर
20] क्रोसिन- ज्वर कम होने पर
21] एविल- किसी भी एलर्जी पर
22] ग्लिसरीन- छालो पर लगाने के लिए
23] जैतून का तेल- जले पर लगाने के लिए
24] लौक्यूला- आखो मे जलन के लिए
25] स्प्रिट- घाव धोने के लिए
26] नमक- वमन करने के लिए
27] हल्दी- खून रोकने के लिए
28] शहद- चोट की सूजन कम करने के लिए
29] लौग का तेल- दात दर्द के लिए


सरसो का तेल, कुनैन, खाने का सोडा, चीनी आदि आवश्यकता पडने पर यह सूची घटाई बडाई जा सकती है. समय पर प्राथमिक चिकित्सा द्वारा व्यक्ति के बहुमुल्य जीवन बचाया जा सकता है.

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